खरसियाछत्तीसगढ़जांजगीर चांपाबिलासपुररायगढ़रायपुरसक्ती

इशिका हत्याकांड मामले में हुई पुलिसिया कार्रवाई पर परिजनों ने उठाया सवाल, आरोपियों के कथन को आधार मानकर की गई कार्रवाई से परिजन असंतुष्ट…

जांजगीर-चांपा। अंचल का लोकप्रिय चैनल सीजी लाइव न्यूज से एंकर के रूप में पहचान बनाने वाली इशिका शर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगां को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूट के जेवर, स्मार्ट वॉच, चांदी के सिक्के आदि बरामद किया है। इस पूरे मामले में मृतका के परिजनों ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाया है।  

इशिका शर्मा के पिता गोपाल शर्मा का कहना है कि हत्यारे ने अपने द्वारा किए गए जघन्य हत्याकांड को जस्टिफाई करने का प्रयास किया जा रहा है परंतु पुलिस द्वारा भी इसे इतना ज्यादा हाईलाइट किया जाना और प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एसपी द्वारा भी बार-बार प्रेम प्रसंग का मामला बताया जाना किस तरफ इशारा कर रहा है, यह समझ से परे है। इशिका शर्मा की हत्या का मामला साफ तौर पर लूटपाट और हत्या का मामला है। सिर्फ हत्यारे के द्वारा भावनात्मक समर्थन हासिल करने के लिए इसे प्रेम प्रसंग का रूप दिया जा रहा है। उनका कहना है कि एक मृत आत्मा जो अपनी सफाई में कुछ कहने के लिए अब इस दुनिया मे जिंदा नहीं है, एक वहशी दरिंदे लुटेरे हत्यारे के बयान को आधार बनाकर उसके ऊपर ऐसे आरोप लगाया जाना, पुलिस द्वारा ऐसे बयान जारी करना सरासर अन्याय है,, उसके चरित्र पर लांछन लगाए जाने जैसा है। मरने के बाद भी उसकी मिट्टी पलीत करना है, यह नारी जाति का अपमान नहीं तो और क्या है। जिसकी हत्या हुई है, हत्यारे उसी को गलत बता कर सहानुभूति हासिल करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या नारी जाति का बाहर निकल कर कार्य करना, लोगों से मिलना जुलना अपराध है। मृतिका इशिका शर्मा पत्रकारिता और न्यूज़ एंकरिंग करती थी, इस संदर्भ में उसे बहुत से लोगों से बात भी करनी पड़ती थी, फोन से भी और मिलकर भी, फील्ड में जाकर भी तो क्या यह उसका अपराध है। क्या महिला को किसी भी प्रकार का कार्य नहीं करना चाहिए। समाज में अपना एक मुकाम हासिल नहीं करना चाहिए। यह सब सवाल पुलिसिया जांच पर संदेह उत्पन्न करता है। गोपाल शर्मा का कहना है कि आखिर किसे फायदा पहुंचाने के लिए पुलिस द्वारा संपूर्ण जांच का केंद्र बिंदु प्रेम प्रसंग को बनाया जा रहा है। युवती द्वारा किसी अन्य से बात करने और हत्यारे को उसका किसी से बात किया जाना पसंद नहीं आने की वजह से हत्यारे द्वारा हत्या किए जाने के बयान को इतना ज्यादा तरजीह दी जा रही है और उसे हाईलाइट किया जा रहा है। हत्यारे द्वारा खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताया जाना, मृतका को महंगे मोबाइल और महंगे गिफ्ट देना बताया गया और पुलिस का इसे मान लेना बगैर किसी जांच के यह भी एक सोचने वाली बात है। क्या पुलिस ने इसकी जांच की, कि उसने महंगे मोबाइल और महंगे गिफ्ट मृतका को दिए हैं, सिर्फ हत्यारे के कहने भर से पुलिस द्वारा यह बयान जारी करना मृतिका के साथ सरासर नाइंसाफी है। संपूर्ण हत्याकांड की विस्तृत जांच किसी सक्षम एजेंसी द्वारा किया जाना अति आवश्यक है।

Related Articles