लिपिक संघ ने खोला मोर्चा, शिक्षक एवं गैर लिपिक कर्मचारी अब नही करेंगे कार्यालय के कार्य …
जांजगीर चांपा। गैर लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों को लिपकीय कार्य हेतु उनके मूल संस्था मे कार्यमुक्त करने लिपिक संघ जांजगीर चाम्पा के पदाधिकारियों ने कलेक्टर कार्यालय जाकर ज्ञापन सौपा।22 फरवरी 2024 को स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देशानुसार स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक संवर्ग के कर्मचारी जो गैर शिक्षकीय कार्य हेतु विभिन्न कार्यालयों एवं संस्थाओं में संलग्न किया गया ऐसे शिक्षक अपने मूल पदस्थापना शाला में अध्यापन कार्य हेतु तत्काल कार्यमुक्त किया जाना है इस संबंध में शिक्षा मंत्री ने स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए संभागायुक्त एवं जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है, शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों के गैर शिक्षक कार्य में संलग्न होने के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित हो रही है।
छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारी कौशलेश सिंह क्षत्रिय उप प्रांताध्यक्ष, रवि प्रकाश दूबे प्रदेश संगठन सचिव एवं विशाल वैभव जिलाध्यक्ष ने संज्ञान लेते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौपा।कलेक्टर के समय सीमा की बैठक होने के कारण डिप्टी कलेक्टर संदीप ठाकुर को ज्ञापन सौपते हुए अवगत कराया गया कि जांजगीर जिले के अनेक कार्यालयों मे शिक्षक संवर्ग द्वारा लिपकीय कार्य किया जा रहा है जिससे लिपिक संवर्ग के कर्मचारी के अधिकारों का हनन हो रहा है। इसी का उदाहरण देते हुए जांजगीर चांपा जिलाध्यक्ष विशाल वैभव के द्वारा तहसील चाम्पा मे विगत 07 वर्षो से एक रसायन शास्त्र के व्याख्याता राजेंद्र कुमार शुक्ला के संलग्नीकरण के बारे मे बताया l उक्त व्याख्याता बम्हनीडीह ब्लाक के शासकीय उच्च. मा. विद्यालय अफरीद मे रसायन शास्त्र जैसे महत्वपूर्ण विषय के व्याख्याता है जो कि विद्यालय मे पढ़ाने के बजाय तहसील चाम्पा मे लिपिक संवर्ग का कार्य निष्पादन कर रहे है।ज्ञात हो कि उक्त विद्यालय को शासन द्वारा आत्मानंद हिंदी उत्कृष्ट विद्यालय भी बनाया गया है l ऐसे मे शिक्षण कार्य को छोड़ तहसील मे लिपिक कार्य करना समझ से परे है। उच्च अधिकारी भी इस पर आँख मुंदे हुए है यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है। इसी प्रकार बहुत सारे कार्यालयों मे भी इसी प्रकार का हाल है।
संघ के पदाधिकारियों ने ज्ञापन द्वारा इस पर तुरंत संज्ञान लेकर जिले के समस्त कार्यालयों मे संलग्न अन्य संवर्ग के कर्मचारी जो लिपकीय कार्य कर रहे है उनको उनके मूल संस्था हेतु तत्काल कार्यमुक्त करने आदेशित करने एवं संघ को उक्त कार्यवाही से अवगत कराने आग्रह किया गया।जिला कलेक्टर आकाश छिकारा जब से जांजगीर चांपा जिले में पदस्थ हुए है तब से उनके नियम विरुद्ध कार्यों में त्वरित कार्यवाही करने के लिए जाने जाते है अब देखने वाली बात यह है की राजस्व विभाग के अंतर्गत तहसील चांपा में संलग्न शिक्षक कर्मचारी राजेंद्र शुक्ला व्याख्याता को संरक्षण प्रदान किया जाता है या शिक्षा मंत्री के निर्देशानुसार शिक्षक को तत्काल कार्यमुक्त कर मूल संस्था भेजा जाता है।
इस संबंध में लिपिक संघ जिलाध्यक्ष विशाल वैभव ने बताया कि शिक्षा मंत्री के द्वारा दिए गए निर्देश स्वागत योग्य है, वर्तमान में अधिकतर कार्यालयों में शिक्षक एवं गैर लिपिक कर्मचारी कई वर्षो से कार्यालयों में संलग्न हो कर शासन के कार्यप्रणाली को बिगाड़ने के कार्य में लगे हुए है, शासन द्वारा बनाए गए पदसंरचना अनुसार प्रत्येक कर्मचारियों को उनके अलग अलग कार्य, दायित्व दिए गए है परंतु शिक्षक कर्मचारी के साथ साथ अन्य संवर्ग के कर्मचारी भारी अप्रोच लगा कर जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य कार्यालय प्रमुखों से आदेश निकलवा कर कार्यालय के कार्य कर रहे है, जो की नियमविरुद्द है। लिपिक संघ हमेशा से जिला प्रशासन को इस संबंध में पत्राचार करते आ रहा है, लिपिकीय कार्य अगर अन्य संवर्ग के कर्मचारियों से कराया जा रहा है जिससे लिपिकों में आक्रोश व्याप्त है। तहसील कार्यालय चांपा में संलग्न राजेंद्र शुक्ला व्याख्याता को मूल संस्था में कार्यमुक्त नहीं किया जाता है तो लिपिक संघ जिला कार्यालय के सामने भारी संख्या में उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा। इस संबंध में तहसीलदार, अनुविभागीय अधिकारी चांपा को भी लिखित ज्ञापन दिया गया है।
उक्त ज्ञापन में कौशलेश सिंह उप प्रांताध्यक्ष, रवि दुबे प्रदेश संगठन सचिव, विशाल वैभव जिलाध्यक्ष, उमेश साहू कोषाध्यक्ष, प्रकाश थवाईत व चितेश साहू सहित जिले के लिपिक उपस्थित थे।