चांपा पुलिस : नशीली दवाओं की आड़ में ‘सेटिंग’ का खेल, पत्रकारवार्ता में एएसपी भी रह गए दंग …

जांजगीर-चांपा। चांपा थाना में बीते दिनों अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप की उपस्थिति में आयोजित प्रेसवार्ता उस समय विवादों के घेरे में आ गई, जब पत्रकारों ने पुलिस की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार को लेकर एक के बाद एक सवाल दागे। नशीली सिरप और टेबलेट की भारी मात्रा में बरामदगी की उपलब्धि के बीच चांपा पुलिस की पोल खुलकर सामने आ गई।
गांजा की खुलेआम बिक्री पर चुप क्यों है पुलिस? – पत्रकारों ने सवाल उठाया कि थाना क्षेत्र पर खुलेआम गांजा बेचा जा रहा है। सुबह से रात तक यह कारोबार चल रहा है और पुलिस आंखें मूंदे बैठी है। इस चुप्पी के पीछे क्या ‘संपर्क’ और ‘समझौते’ हैं, यह सवाल जनता को भी सोचने पर मजबूर कर रहा है।

प्रधान आरक्षक पर गंभीर आरोप: सूचना भी उसी को, कार्रवाई भी उसी की – प्रेसवार्ता के दौरान जब एक पत्रकार ने यह सवाल उठाया कि कार्रवाई की सूचना हमेशा एक ही प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र टण्डन को ही क्यों मिलती है, तो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप असहज हो गए। टीआई को जवाब देने के लिए बुलाया गया, लेकिन उन्होंने गोलमोल जवाब देकर मामला टालने की कोशिश की।
स्थानीय निवासी प्रधान आरक्षक की संदिग्ध भूमिका – नगर में चर्चा गर्म है कि जिस प्रधान आरक्षक को बार-बार ‘टिप’ मिलती है, वह चांपा का ही निवासी है और नशीले पदार्थों के कारोबारियों से उसकी गहरी सेटिंग है। आरोप है कि वह अपनी जानकारी के आधार पर मनमर्जी से कार्रवाई करता है, और जो लोग ‘सेटिंग’ से नहीं चलते, उन्हीं पर कार्रवाई होती है।
सवालों के घेरे में पुलिस, जवाब के मोहताज एएसपी – प्रेसवार्ता एक ‘जश्न’ बननी थी, लेकिन यह चांपा पुलिस के लिए कटघरे में खड़ा होने जैसा साबित हुआ। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप के सामने ही पुलिस की कार्यशैली और अंदरूनी सच्चाई का पर्दाफाश हो गया। अब सवाल यह है कि क्या इस खुलासे के बाद कोई ठोस कदम उठाया जाएगा या मामला सिर्फ दिखावटी कार्रवाई बनकर रह जाएगा?
नगरवासियों की मांग – जनता ने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो, संदिग्ध पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया जाए और नशीली दवाओं के कारोबार पर सख्त कार्रवाई हो।
जनप्रतिनिधि और जनता को है इसकी जानकारी– नगर की जनता और जनप्रतिनिधियों को चांपा थाने में पदस्थ इस प्रधान आरक्षक की सभी हरकतों की जानकारी है। कई लोग व जनप्रतिनिधि तो चांपा थाना प्रभारी को इस प्रधान आरक्षक की हरकतों से उन्हें अवगत भी करा चुके है।उनके बाद भी यह सिलसिला जारी रहना समझ से परे है।