11.79 लाख रुपये की लूट निकली फर्जी, पुलिस ने कुछ ही घंटों में किया पर्दाफाश,एसपी ने प्रेसवार्ता …


जांजगीर-चांपा। जिले में दिनदहाड़े 11 लाख 79 हजार 800 रुपये की कथित लूट की घटना ने सनसनी फैला दी थी, लेकिन जांच के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ। यह पूरी घटना फर्जी निकली और इसका मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि स्वयं शिकायतकर्ता निकला। बम्हनीडीह पुलिस और साइबर टीम की त्वरित और गहन जांच के चलते आरोपी को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।


1 अगस्त 2025 को आरोपी दीपेश देवांगन (25 वर्ष), निवासी ग्राम चोरिया, थाना सारागांव ने बम्हनीडीह थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह ग्राम करनौद निवासी अपने व्यवसायिक परिचित किरीत सिन्हा से 11.79 लाख रुपये लेकर चांपा यूनियन बैंक में जमा करने जा रहा था। तभी पूछेली-अमोदी गांव के पास बाइक सवार तीन अज्ञात लोगों ने लूटपाट कर नकदी और उसका लैपटॉप छीन लिया।
पुलिस जांच में हुआ भंडाफोड़: थाना बम्हनीडीह पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर जिलेभर में नाकाबंदी, घटनास्थल का निरीक्षण और साइबर टीम की मदद से जांच शुरू की। लेकिन मौके पर किसी लूट के सबूत नहीं मिले। दीपेश के बयानों में बार-बार विरोधाभास सामने आने पर उसे मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ में शामिल किया गया, जहाँ वह टूट गया और सच कबूल कर लिया।

कर्ज में डूबा था आरोपी: आरोपी ने कबूला कि वह लगभग 8 लाख रुपये के कर्ज में डूबा हुआ था, और इसी से परेशान होकर उसने नकद रकम और लैपटॉप हड़पने की योजना बनाई। पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी गढ़ी और रिपोर्ट दर्ज कराई।आरोपी के खिलाफ थाना बम्हनीडीह में धारा 217, 316(2) बीएनएस (पुलिस को झूठी सूचना देना एवं अमानत में खयानत) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। आरोपी के घर से ₹11,79,800 नकद और लैपटॉप भी जब्त किया गया।
पुलिस की अपील: जांजगीर-चांपा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि पुलिस को सिर्फ सत्य एवं सटीक जानकारी दें। झूठी सूचना देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस सफलता में निरीक्षक सागर पाठक (साइबर सेल प्रभारी), सउनि विवेक सिंह, आरक्षक सहबाज खान, प्रदीप दुबे, श्रीकांत सिंह, रोहित कहरा, एवं बम्हनीडीह थाने से सउनि नीलमणि कुसुम की सराहनीय भूमिका रही।