बच्चों का भविष्य बच्चों के हाथ में प्रधान पाठक आते हैं और साइन कर कर चले जाते हैं …
जांजगीर-चांपा/सक्ती। ग्राम पंचायत डुमरपारा धनेली भाटा वार्ड नंबर 19 एवं 20 के शासकीय प्राथमिक शाला में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है बच्चे पढ़ने के लिए तो अपने टाइम से स्कूल में पहुंच जाते हैं पर बच्चों को छोड़ बाकी कोई भी जवाबदार व्यक्ति स्कूल में नहीं पहुंचता यही कारण है कि बच्चे खुद स्कूल का ताला खोलकर स्कूल में प्रवेश करते हैं जब बच्चों से पूछा गया की स्कूल की चपरासी कहां है तो उन्होंने बताया कि वह कुछ काम से घर गई है कभी-कभी वह आकर ताला खोलती हैं नहीं तो चाबी हमें दे देती है बच्चों जब पूछा गया की स्कूल के प्रधान पाठक कितने बजे आते हैं तो बच्चों ने बताया प्रधान पाठक एवं मैडम 11:00 बजे स्कूल आते हैं बच्चों से पूछा गया है की क्या प्रधान पाठक दिनभर स्कूल में मौजूद रहते हैं और बच्चों को पढ़ाते हैं बच्चों ने बताया कि वह आकर साइन करके ने के पश्चात वह अपने अन्य कार्य में चले जाते हैं फिर स्कूल मैडम के भरोसे रहता है कभी-कभी प्रधान पाठक के पुत्र के द्वारा आकर स्कूल में पिता की जगह वह आकर बच्चों को पढ़ाते हैं।
क्या कहते हैं वार्ड के पंच प्रतिनिधि फिरत सिदार – इस संबंध में जब वार्ड के पंच प्रतिनिधि से पूछा गया तो उन्होंने बताया की प्रधान पाठक स्कूल आते हैं तब उन्हें यह बताया गया कि बच्चे ने बताया है कि वह स्कूल आते हैं और साइन करके चले जाते हैं उन्होंने बोला कि मैं बहुत दिनों से स्कूल की ओर नहीं गया हूं अगर बच्चे बोल रहे हैं तो बच्चे सही बोल रहे होंगे।
क्या कहते हैं प्रधान पाठक – इस संबंध में जब प्रधान पाठक से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि मिसेज कि तबीयत खराब होने की वजह से मैं स्कूल नहीं आ पाया था इसी कारण अपने लड़के को स्कूल भेजा था जब उनसे पूछा गया की क्या आप धान खरीदी बिक्री का भी कार्य करते हैं तो उन्होंने कहा मैं क्या करता हूं उसको छोड़िए आप मैं अपने समय से स्कूल जाता हूं जब उनसे पूछा गया की आप स्कूल कितने बजे पहुंचे तो उन्होंने बताया 10:00 बजे के आसपास मैं स्कूल पहुंच गया था जब मैडम के संबंध में पूछा गया तो आज मैडम वह नहीं आई है उनके द्वारा बताया गया।
“इस संबंध में जब डुमरपारा के सरपंच से पूछा गया तो उन्होंने बताया इस संबंध मुझे कुछ जानकारी नहीं है अगर ऐसा कुछ पाया जाता है तो संबंधित अधिकारी को उनकी शिकायत की जाएगी – छतराम राज,सरपंच, ग्राम पंचायत डुमरपारा…”
क्या कहते हैं प्रधान पाठक के पुत्र – इस संबंध में जब प्रधान पाठक के पुत्र से पूछा गया क्या आप अपने पिता की जगह में स्कूल आए थे और आपके पिता स्कूल कितने बजे तक पहुंचे तो उन्होंने बताया कि 10:00 बजे के आसपास पिताजी स्कूल पहुंच गए थे मैं ऐसी बस घूमने आया था उनसे पूछा गया कि घर में किसी का तबीयत खराब था तो उन्होंने बताया कि ऐसे ही भैया टाइप के बुजुर्ग की तबीयत थोड़ा खराब था।