
जांजगीर-चांपा। बचपन से ही पढ़ाई में गहरी रुचि रखने वाले डॉ. प्रतीक देवांगन ने अपने कठिन परिश्रम और लगन से चिकित्सा क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल, बिलासपुर से पूरी की और फिर उच्च अध्ययन हेतु कोटा का रुख किया, जहाँ कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करते हुए उन्होंने AIPMT परीक्षा में सफलता प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की।
अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाते हुए डॉ. प्रतीक ने NEET-PG परीक्षा उत्तीर्ण कर MS (ऑर्थोपेडिक्स) में प्रवेश लिया और अटल बिहारी मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ से मात्र तीन वर्षों में अपनी उच्च शिक्षा पूरी कर ली।
डॉ. प्रतीक देवांगन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा, “मैं अपने प्रिय माता-पिता का अत्यंत आभारी हूँ, जिनका बिना शर्त प्यार, प्रार्थनाएँ और समर्थन मेरी पूरी यात्रा की आधारशिला रहे हैं। उनके त्याग, प्रोत्साहन और मेरे प्रति निरंतर विश्वास ने मुझे इस चुनौतीपूर्ण और संतोषजनक मार्ग में आगे बढ़ने की सबसे बड़ी प्रेरणा दी है। यह उपलब्धि केवल मेरी नहीं है, यह उनकी निष्ठा और मुझ पर उनके अटूट विश्वास का प्रतिबिंब है। मैं यह मील का पत्थर उन्हें समर्पित करता हूँ और आशा करता हूँ कि अपने करियर में आगे बढ़ते हुए मैं उन्हें निरंतर गर्व महसूस कराता रहूँ।”डॉ. प्रतीक की यह सफलता न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सभी ने उन्हें शुभकामनाएँ दी हैं।