बीडीएम अस्पताल में लापरवाही से मासूम की मौत, सिविल सर्जन ने माना डॉक्टर और स्टाफ की गलती, कार्रवाई के निर्देश …


चांपा। शहर के बीडीएम अस्पताल में हुई घोर लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली। भोजपुर निवासी लगभग 2 वर्षीय आयुष देवांगन की 28 जुलाई की मध्य रात्रि को साँप काटने से मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि रात की ड्यूटी में तैनात डॉक्टर सरिता नागरची अस्पताल में उपस्थित नहीं थीं और नर्सों ने यह कहकर वैक्सीन नहीं होने की बात कही कि मरीज को प्राइवेट अस्पताल ले जाया जाए। जबकि बाद में पता चला कि अस्पताल में वैक्सीन उपलब्ध थी।


इस घटना से आक्रोशित परिजनों और भाजपा नेताओं ने 1 अगस्त को अस्पताल पहुँचकर जवाब-तलब किया। भाजपा मंडल अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं ने डॉक्टरों और स्टाफ की गैरजिम्मेदाराना हरकत पर नाराजगी जताते हुए संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।बीडीएम अस्पताल प्रभारी नवल किशोर ध्रुवे ने घटना की जानकारी तत्काल उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद सिविल सर्जन एस. कुजूर ने स्वयं 2 अगस्त को अस्पताल पहुँचकर पूरे मामले की गंभीरता से जांच की। उन्होंने 28 जुलाई की रात का सीसीटीवी फुटेज खंगाला और स्टाफ की उपस्थिति व कार्यशैली का निरीक्षण किया।
मीडिया से बातचीत में सिविल सर्जन एस. कुजूर ने स्पष्ट रूप से माना कि अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधितों पर कार्रवाई तय है। जांच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को सौंपा जाएगा।