जोगी पारा बना अवैध महुआ शराब का गढ़, 70 से अधिक तस्कर सक्रिय, प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल …


बम्हनीडीह। बम्हनीडीह थाना और चांपा थाना की सीमा पर नदी किनारे बसा सोठी गांव का जोगी पारा मोहल्ला इन दिनों अवैध महुआ शराब तस्करी का अड्डा बन चुका है। ग्रामीणों का दावा है कि सिर्फ इस मोहल्ले में 70 से अधिक शराब तस्कर सक्रिय हैं, जो खुलेआम कारोबार चला रहे हैं।


शिकायतें बेअसर, कार्रवाई नदारद – ग्रामवासियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने पुलिस, आबकारी विभाग और प्रशासन को बार-बार शिकायतें दीं, लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार सूचना देने के बाद भी तस्करों को पहले से भनक मिल जाती है, जिससे वे माल और भट्टियां हटा देते हैं।
नदी किनारे पनप रहा अवैध कारोबार – जोगी पारा का स्थान नदी किनारे और दो थाना क्षेत्रों की सीमा पर होने से तस्करी के लिए सुविधाजनक माना जा रहा है। आसपास के गांवों से महुआ लाकर यहां शराब बनाई जाती है और फिर मोटरसाइकिल, ऑटो व पिकअप वाहनों से इसे आस-पास के कस्बों और जिलों में सप्लाई किया जाता है।
प्रशासन पर संरक्षण के आरोप – स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस और आबकारी विभाग के कुछ कर्मचारी इस नेटवर्क से जुड़े हुए हैं और मोटी रकम लेकर आंख मूंदे बैठे हैं। इसी कारण छापेमारी अक्सर औपचारिक होती है और बड़े तस्कर बच निकलते हैं।
गांव पर बुरा असर, हो चुकी हैं कई हत्याएं – अवैध शराब के कारण नशे में झगड़े, घरेलू हिंसा, बीमारियां और सड़क हादसे बढ़ गए हैं। पंचायत सरपंच कन्हैया लाल पटेल के अनुसार, अवैध शराब के चलते पहले ही तीन-चार हत्याएं हो चुकी हैं।
स्थानीय दुकान भी मददगार – ग्रामवासियों ने आरोप लगाया कि जोगी पारा स्थित एक साहू किराना दुकान वाला तस्करों को महुआ और शराब बनाने का सामान उपलब्ध कराता है, जिससे उसकी भी इस अवैध कारोबार में बराबर की भूमिका है।
ग्रामीणों की चेतावनी – गांव वालों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही बड़े स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे और मामला मुख्यमंत्री व राज्यपाल तक पहुंचाएंगे। जरूरत पड़ी तो थाने और जिला मुख्यालय का घेराव भी करेंगे।