चांपा। भूपेश बघेल का बजट नही है ये झूट का पुलिंदा है इनकी सरकार ने अपनी ही घोषणाए का बजट में उल्लेख नही कर के छतीसगढ़ की जनता के साथ धोखा किया है,शासकीय कर्मचारियों के नियमितीकरण का बजट में कोई उल्लेख नही है इसी तरह से दैनिक वेतन भोगी व प्लेसमेंट के कर्मचारियों के नियमित करना पर कोई ध्यान नही, पूर्ण शराब बंदी की घोषणा को बजट कोई स्थान नही, पूर्व में व्यापारियो के लिए फूड पार्क की घोषणा का कोई उल्लेख नही, पूर्व में सम्पत्ति कर में छूट को कोई स्थान नही, इसके साथ ही भूपेश जी के ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा,गुरवा,बारी का बजट में कोई स्थान नही दिया गया है,धान का समर्थन मूल्य 2800 तो कर दिया पर बजट में कोई उल्लेख नही, बेरोजगारी भत्ता 2500 देने के लिए बंदिशें लगाई गई जिस परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख होगी उन्ही शिक्षित बेरोजगारो को भत्ता ,सहायक शिक्षको की वेतन विसंगति का कोई उल्लेख नही,इस तरह की कई केंद्रीय योजनाओं का नाम बदल कर अपना श्रेय लेने का प्रयास किया है इसीलिए ये हितकारी नही हानिकारी बजट है सिर्फ ये छलावा है जिससे आम जनता का कोई वास्ता नही है सिर्फ ये चुनावी बजट और रेगिस्तान में मिरिचिका जैसे है।