0 दिन भर में कम से कम 3 लीटर पानी पीएं…
खरसिया। बढ़ती गर्मी के इन दिनों में प्रेगनेंसी काफी तकलीफदेह महसूस होती है। गर्मी बढ़ने पर मतली और उल्टी, अपच, गैस, पेट फूलने और भूख कम लगने की दिक्कतें बढ़ती चली जाती हैं। ऐसी स्थिति में गर्भवती स्त्रियों को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, गायनोलॉजिस्ट डॉ.संजय अग्रवाल ने महत्वपूर्ण बातें बताई हैं।
डॉ.संजय अग्रवाल ने कहा कि प्रेगनेंसी के 9 महीने बहुत नाजुक होते हैं। इस समय शरीर में शिशु को जगह देने के लिए ही बदलाव आते हैं और गर्मी के दिनों में तो यह बदलाव काफी तकलीफ भी देते हैं।
शरीर में पानी की मात्रा ना हो कम
गर्मी के दिनों में सूर्य की तेज किरणें शरीर से सीधे पानी और एनर्जी को खींच लेती हैं। जिससे प्रेग्नेंट महिला को चक्कर आने की शिकायत या फिर उल्टी होने की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में इन समस्याओं से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को दिन में कम से कम 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। वहीं नारियल का पानी या फिर फलों का ताजा रस पीना चाहिए। पानी की कमी के कारण आपको हीटस्ट्रोक भी हो सकता है। इससे बचने के लिए शरीर को हाइट्रेड रखने की कोशिश करें।
आहार का रखें विशेष खयाल
डॉ.संजय अग्रवाल ने कहा कि प्रेगनेंसी की अवस्था में हरी सब्जियां, सलाद, फल का सेवन अधिक करना चाहिए। तरबूज पानी की कमी को भी पूरा करता है, साथ ही एनर्जेटिक भी रखता है। दही एवं छाछ का उपयोग भी अधिक करना चाहिए। वहीं तली हुई चीजें तथा अधिक मसालेदार खाने से परहेज करना चाहिए, खाने में नमक की मात्रा भी कम ही रखें।
दोपहर को करें आराम
प्रेगनेंसी के दौरान दोपहर को कम से कम आधा-एक घंटा आराम जरूर करना चाहिए। इस दौरान यदि नींद आती हो तो और अच्छी बात है। वहीं घर से बाहर निकलते समय सनग्लास तथा सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करें तथा धूप से बचने के लिए छतरी का इस्तेमाल भी करें। यदि अधिक थकान या उल्टी हो रही हो, पसीना कम आ रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।