
जांजगीर-चांपा। गर्मी की तपती धूप में जब इंसानों के लिए भी जल संकट की स्थिति बन जाती है, ऐसे समय में बेजुबान पशु-पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए ब्राह्मण नारी नवचेतना मंच द्वारा एक प्रेरणादायक पहल की गई है। संस्था ने शहर के प्रमुख स्थानों पर कोटना एवं सकोरा रखवाकर लोगों को पशु-पक्षियों के लिए चारा-पानी की व्यवस्था हेतु जागरूक किया।
समिति की वरिष्ठ सदस्यों जयंती दुबे एवं शालिनी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्मियों में पशु-पक्षियों को पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता, जिससे कई बार उनकी जान पर बन आती है। इसी को ध्यान में रखते हुए मंच द्वारा ‘पशु-पक्षी बचाओ अभियान’ चलाया गया। इस अभियान के तहत शिव मंदिर नैला, चंदनिया पारा, शंकर नगर, मेन रोड जांजगीर, शासकीय कन्या शाला, अम्बेडकर मूर्ति, शारदा मंदिर, शनि मंदिर, देवी दाई मंदिर, तथा रविदास चौक के पास कोटना एवं सकोरे रखे गए।
समिति की वरिष्ठ सदस्य वीणा शर्मा एवं सीता पाण्डेय ने बताया कि संस्था विगत 10 वर्षों से सामाजिक एवं धार्मिक क्षेत्रों में निरंतर कार्य कर रही है। आगामी 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया एवं परशुराम जयंती के अवसर पर 28 बटुकों का सामूहिक उपनयन संस्कार भी आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह छोटा सा प्रयास घरों के आसपास उड़ने वाले पक्षियों एवं आवारा पशुओं की प्यास बुझाकर उनकी जान बचा सकता है। समिति की सभी सदस्यों ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन स्थानों पर रखे गए कोटना एवं सकोरे में नियमित रूप से दाना-पानी डालकर इस पुनीत अभियान में सहभागी बनें।
इस अभियान में मंच की सदस्य वीना शर्मा, जयश्री शर्मा, सीता पाण्डेय, जयंती दुबे, गीता मिश्रा, अलका शर्मा, निशा मिश्रा, आशा दुबे, अनिता मिश्रा, डॉ. मीनाक्षी शर्मा, अनुराधा शुक्ला, शालिनी शर्मा एवं जूही गौरहा ने सक्रिय भूमिका निभाई।