चांपा स्टेशन के बाहर भीड़ से गुजरना मुश्किल, ट्रेन आते ही आटो, टैक्सी वालों की लग जाती है भीड़, भीड़ को नियंत्रित करने वाला कोई नहीं …

चांपा। चांपा के रेलवे स्टेशन के सामने गुजरने में आपको 10 से 15 मिनट जरूर लग जाएगा। क्योंकि ट्रेन के आने के बाद यहां लोगों की भीड़ के बजाए आटो टैक्सी वालों का डेरा लग जाता है। सवारी भरने के लिए यहां ट्रेवेलर यात्रियों से झूमा झपटी भी शुरू कर देते हैं। हर सवारी वाले वाहन चालक बीच सड़क में आटो व टैक्सी को खड़ी कर रास्ता जाम कर देते हैं। जबकि उन्हें पता है कि यह आम रास्ता है। यात्रियों को गुजरने के लिए भी लोगों को रास्ता की जरूरत पड़ती है, लेकिन उन्हें इन सब बातों से कोई सरोकार नहीं रहता। उन्हें तो केवल यात्रियों को अपनी वाहनों को बिठाने की पड़ी रहती है। इसके चलते सड़क जाम हो जाता है। कायदे के मुताबिक यहां पुलिस वालों की ड्यूटी लगाई जाती है लेकिन पुलिस वालों का पता नहीं रहता। वे आसपास के पान ठेलों व होटलों में बैठकर गप्पे मारते रहते हैं। वहीं यहां ट्रैफिक पुलिस की भी ड्यूटी लगाए जाने की आवश्यकता है। लेकिन पुलिस के जवानों की ड्यूटी होने के बाद भी वे लापता रहते हैं। यहां भी को नियंत्रित करने वाला कोई नहीं रहता। इसके चलते यहां ट्रेन आने से जाम सा नजारा रहता है।
आम रास्ता फिर भी जाम हटाने वाला कोई नहीं स्टेशन के सामने आम रास्ता है। इस रूट में कोरबा, सक्ती, बम्हनीडीह ब्लाक के लोग आरओबी पार कर चांपा शहर की ओर एंट्री करते हैं। वहीं चांपा शहर के लोग गुजरकर कोरबा रोड व सक्ती रोड की ओर जाते हैं। लेकिन स्टेशन के सामने इतनी भीड़ रहती है कि वाहन चालकों को यहां से गुजरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वाहन चालकों के अलावा यहां फल वालों के द्वारा भी रास्ता जाम कर दिया जाता है। इसके चलते यहां भीड़ बढ़ जाती है। बड़ी बात यह है कि यहां दो साल पहले ही स्टेशन के सामने से रेल प्रशासन ने अतिक्रमण हटाया था। इसके बाद भी यहां धीरे-धीरे लोगों का अवैध कब्जा बढ़ रहा है।