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चांपा के आंगनबाड़ी केंद्र में फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी का मामला, वि.ख. परियोजना अधिकारी पर पैसे लेकर नियुक्ति करने का लगा आरोप …

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🔴 पूजा सारथी फ़र्ज़ी दस्तावेज के सहारे कर रही थी नौकरी। सच आ ही गया सामने दस्तावेज निकले फर्जी, क्या अब सहायिका पर होगी कार्रवाई ? फ़र्ज़ी निवास प्रमाण पत्र पर हुआ था कई बार आपत्ति लेकिन आँख मुंद कर विकासखंड परियोजना अधिकारी ने किया भर्ती।

चांपा। आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ता व सहायिकाओं की भर्ती के लिए आवेदनकर्ताओं द्वारा फर्जी दस्तावेज लगाए जा रहे हैं। इसका खुलासा तहसीलदार की जांच के बाद हुआ है। जांच में पाया गया है कि चाम्पा के वार्ड नंबर 12 आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 4 पर स्थानीय वार्ड-12 का निवासी होना बताया गया। जब दस्तावेजों की बारीकी से जांच कराई गई तो यह दस्तावेज फर्जी पाए गए। इन दस्तावेजों को तहसीलदार ने तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग में पत्र भेजकर कार्रवाई के लिए अवगत कराया गया है।

  • सहायिका पद के लिए फर्जी दस्तावेज लगाने के आवेदन पर चाम्पा तहसीलदार की जांच में हुआ खुलासा।तहसीलदार ने फर्जी दस्तावेज निरस्त कर महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना में भेजा पत्र।

आंगनबाड़ी केंद्रों पर फर्जी दस्तावेज लगाकर सहायिका व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां की जा रहीं हैं। इसमें महिला बाल विकास विभाग के ब्लॉक अधिकारी व कर्मचारी शामिल होना बताया जा रहा है। इसका खुलासा तब हुआ। जब पूजा सारथी पति चुणामणी सारथी निवासी वार्ड नंबर 21 की मूल निवासी है। वोटर लिस्ट में नाम है, लेकिन सहायिका की नौकरी के लिए उन्होंने वार्ड नंबर 12 के संपूर्ण दस्तावेज बना लिए और नौकरी के लिए आवेदन कर दिया। इतना ही नहीं दन दस्तावेजों के आधार पर उनकी नियुक्ति भी हो गई।

वहीं इस संबंध में स्थानीय निवासी मन्दाकिनी मेहर की नियुक्ति नहीं हुई तो उसने और वार्ड 12 के पार्षद अवधेश यादव ने पूजा सारथी की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों पर होने की आपत्ति महिला बाल विकास में लगा दी लेकिन परियोजना ने इस तरफ ध्यान देने के बजाये पार्षद को ही गलत ठहराता रहा जिसके बाद मन्दाकिनी मेहर ने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत किया वहाँ भी नतीजा सिफ़र रहा हैं सम्बंधित विभाग के द्वारा पूजा सारथी को क्लीन चिट दे दिया गया जिसके बाद एक आवेदन तहसीलदार को दिया गया जिसमें जांच करने के लिए आग्रह किया गया था। तहसीलदार पुलकित साहू और प्रशिक्षु आई एस दुर्गा प्रसाद अधिकारी ने दस्तावेजों की जांच की जिसमे प्रथम दृष्टि में ही फ़र्ज़ीवाड़ा सामने आ गया जिसके बाद कूट रचना करने वाले ऑनलाइन का संचालक फरार हैं उसके द्वारा निवास प्रमाण पत्र में तहसीलदार पुलकित साहू के स्थान पर नायब तहसीलदार प्रशांत गुप्ता का सील और हस्ताक्षर स्कैन कर लगाया गया।
मामले का भनक लगते ही किशन ऑनलाइन का संचालक फरार हो चूका हैं। फ़र्ज़ीवाड़ा का शिकायत चाम्पा थाना में किया गया हैं जिसकी जाँच चल रही हैं, वही पूजा सारथी का कहना हैं कि इस मामले में उसका कोई हाथ नहीं हैं वो जानती तक नहीं कि ये सब फ़र्ज़ी हैं लेकिन सवाल ये भी उठता हैं कि कोई बिना उसके बोले उसी के लिए फ़र्ज़ीवाड़ा क्यों करेगा।

आवेदन जमा करने के बाद निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता क्यों पड़ी – पूजा सारथी के द्वारा सहायिका पद के लिए आवेदन भरा गया था जिसमे उसने केवल तहसीलदार द्वारा जारी निवास प्रमाण पत्र के बजाये पार्षद द्वारा जारी निवास प्रमाण पत्र डाला गया था।यहां बता दें कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में उसी ग्राम पंचायत और वार्ड का निवासी होना आवश्यक है। इसी आधार पर स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ता और सहायिका की नियुक्ति की जाती है।

चाम्पा में और भी हुई है फर्जी नियुक्तियां – महिला एवं बाल विकास अधिकारियों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर फर्जी तरीके से कई नियुक्तियां कर दी है। इतना ही नहीं बोर्ड तक की में अंक तक बढ़ा दिए जाते हैं। इसके लिए कार्यालय में दलाल तक बैठे हुए हैं। साथ ही में मोटी रकम वसूली गई है। वहीं पात्र आवेदनकर्ताओं की आपत्ति दर्ज कराई जाती हैं , लेकिन उनकी बैठक में भी कोई भी सुनवाई नहीं की जाती हैं । उन्हें मजबूर होकर कलेक्टर न्यायालय में जाकर शरण लेनी पडती है

मुझे इस सम्बंध में कुछ नही कहना है – अहमद खान, विकासखंड परियोजना अधिकारी बम्नीहडीह

अपराध पंजीबद्ध हुआ है।च्वाइस सेंटर के खिलाफ कूटरचना का मामला दर्ज हुआ है।जांच चल रही है,आरोपी की जल्द गिरफ्तारी होगी – यदुमणि सिदार,एसडीओपी चांपा।

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