सक्ती। कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना ने शुक्रवार को सक्ती के सामुदायिक भवन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में जनपद पंचायत सीईओ तथा सभी संबंधित विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर पन्ना ने शासन की महत्वपूर्ण योजना गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए कहा गौठानो में आजीविका मूलक गतिविधियों का नियमित रूप से संचालन सुनिश्चित करें जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की शासन की मंशा को पूर्ण किया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी जनपद सीईओ गोबर खरीदी तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण तथा विक्रय पर फोकस करें। उन्होंने इस हेतु जिलास्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी निर्धारित करने के निर्देश दिए। इस बैठक के दौरान काशीगढ़ के गोठान में पानी की समस्या बताई गई जिसे जनपद सीईओ वर्षा रानी को तत्काल निराकरण के निर्देश दिये। विकासखंड सक्ती के ब्लॉक जैजैपुर ग्राम भोथिया के आर.ई.ई.ओ एनआर कोसले को सुपर कम्पोस्ट की गलत एंट्री करने पर तत्काल कार्यवाही कर सैलरी रोकने के आदेश दिये। कलेक्टर पन्ना ने पंजीकृत किसानों की संख्या बढ़ाने में जोर दिया। उन्होंने गौठान निरीक्षण हेतु नोडल अधिकारियों द्वारा गौठानो का निरीक्षण कर लिखित प्रपत्र में कार्यवाही हेतु प्रतिवेदन प्रस्तुत किये जाने कहा। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कार्य मे लापरवाही पर संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। बैठक में योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी तथा गोधन न्याय योजना की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गयी। कलेक्टर पन्ना ने बैठक में कहा कि नरवा विकास कार्यों में तेजी लाएं जिससे भूजल संरक्षण और संवर्धन में तथा सिंचाई सुविधा में वृद्धि हो सके। उन्होंने ग्रामपंचायतवार फिल्ड विजिट कर रोजगार हेतु महिलाओं को प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए। सक्ती जिले में स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिले में सामुदायिक तथा व्यक्तिगत शौचालयों के बारे में जानकारी ली एवं सोखता गढ्ढा निर्माण किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना ने उपस्थित सभी अधिकारियों को ग्राम पंचायत की विभिन्न योजनाओं के तहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। रीपा योजनांतर्गत गतिविधियों के संचालन पर हुई विस्तृत चर्चा, निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के दिए गए निर्देश सक्ती कलेक्टर ने ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना पर विस्तृत चर्चा की।चयनित रीपा स्थल चिन्हांकन पर आवश्यक आधारभूत संरचनाओं पर विशेष ध्यान दें, गतिविधियों हेतु पानी तथा बिजली की पर्याप्त व्यवस्था हो। गतिविधियों का चयन करने से पूर्व स्थानीय बाजार का सर्वे करें ताकि आवश्यकता एवं कच्चे माल की उपलब्धता के आधार पर उपर्युक्त गतिविधि का चयन किया जा सके।