
जांजगीर-चांपा। जहां एक ओर पूरे देश में ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे पर्यावरण संरक्षण के अभियान चलाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह क्षेत्र के खपरीडीह स्थित एक आरा मील में प्रतिबंधित पेड़ों की खुलेआम कटाई जारी है। और हैरानी की बात यह है कि जांच करने गई वन विभाग की टीम वहां कार्रवाई करने के बजाय शराब पार्टी में व्यस्त नजर आई।
मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे चाम्पा वन विभाग की टीम खपरीडीह के केसरवानी आरा मील पहुंची। परंतु जांच करने के बजाय यह टीम आरा मील के संचालक के कमरे में बैठकर शराब पीती मिली। पत्रकारों को जब इस घटना की सूचना मिली और वे मौके पर पहुंचे, तो वन विभाग के कर्मचारी बोतल और ग्लास छुपाते देखे गए। पत्रकारों द्वारा वीडियो बनाए जाने पर टीम के सदस्य असहज हो गए और माहौल को छुपाने का प्रयास करने लगे।

स्थानीय व्यक्ति सुंदर पटेल ने बताया कि वन विभाग की टीम आई थी और उनके कहने पर नाश्ते की व्यवस्था करवाई गई थी, लेकिन शराब कहां से आई इसकी जानकारी नहीं है। सूत्रों की मानें तो टीम सरकारी गाड़ी से वहां शराब पार्टी मनाने पहुंची थी और उनके लिए बाकायदा चखना की भी व्यवस्था की गई थी।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि खपरीडीह के इस आरा मील में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित अर्जुन पेड़ की लकड़ियां मौजूद हैं। इसके बावजूद कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग और आरा मील संचालक की मिलीभगत से इस तरह की अवैध गतिविधियां हो रही हैं। शासन द्वारा प्रतिबंधित अर्जुन पेड़ों की कटाई और चिराई खुलेआम की जा रही है और जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
शिकायत के आधार पर डॉक्टरी मुलायजा के लिए जिला चिकित्सालय भेजे है। 6 कर्मचारियों में 5 कर्मचारियों की शराब पीने की चिकित्सक द्वारा पुष्टि की गई है।उचित कार्रवाई सक्षम अधिकारी के द्वारा की जाएगी – हिमांशु डोंगरे, डीएफओ ,जांजगीर-चांपा …