जांजगीर। ज्ञानोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जांजगीर में भारत के प्रथम प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाते हुए बाल मेला का आयोजन किया गया। बाल मेला का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य डा. सुरेश यादव द्वारा मां सरस्वती एवम जवाहर लाल नेहरू के छायाचित्र पर धूप पूजन कर किया गया । इस अवसर पर प्राचार्य डा. सुरेश यादव ने छात्र – छात्राओं में उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से छात्र – छात्राओं में बाजार की समझ विकसित होती है। इस आनंद मेले को आनंद के साथ मनाए। बाल मेले का आयोजन श्रीमती शैलेंद्री बरेठ एवम मूलचंद कौशिक के निर्देशन में हुआ । कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन मूलचंद साव कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा किया गया। आनंद मेले में कक्षा नर्सरी से बारहवीं तक के हिंदी एवम अंग्रेजी माध्यम के छात्र – छात्राओं ने विविध व्यंजनों तंदूरी समोसे, चाट, कटलेट, गुपचुप, झालमुड़ी, भजिया, चनाचटपटी, कटोरी चाट, आइस्क्रीम, कोलड्रिंक, ढोकला, पापड़ी चाट, रसगुल्ला, हलुआ, मोमोस, चाय, साबूदाना बड़ा, चाउमीन, नड्डारोल, अंकुरित भेल सहित विभिन्न गेम्स, गुब्बारा शूटर, गिलास गिराए, सिक्का पानी में डाले, बिंदी लगाए जैसे सुसज्जित स्टाल लगाए एवम बिक्री किए। मेले का विशेष आकर्षण रहा लक्की ड्रा कूपन जिसमे कूपन क्रमांक 4673 के साथ जीविका भाग्यशाली विजेता रही।
आनंद मेले में कमलेश यादव, विवेकानंद स्कूल के प्राचार्य मनोज पाण्डेय, ज्ञानज्योति के अनिल तिवारी, लोटस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य प्रतीक गुप्ता, ज्ञानोदय एवम केशरी शिक्षा महाविद्यालय प्रशिक्षार्थी एवम पालक गणों ने बच्चो से व्यंजन खरीदकर स्वाद लिया एवम उनका मनोबल बढ़ाया। बाल मेला के आयोजन को सफल बनाने में मनहरण सूर्या, सुभाष खूंटे कृष्णकुमार, मनोज यादव, चंद्रहासिनी राठौर, रेणू सिंह, दामिनी कश्यप , लता यादव , विनोद बरेठ, सविता यादव, प्रिया कोसरे, राहुल शर्मा, पुष्पेन्द्र राज नाथ, संजू पटेल, भारती रत्नाकर , विजेता चौहान, ज्योति दुबे, रितु ताम्रकार भगवती, मीना यादव, गजपाल यादव, किरण यादव, प्रतिभा यादव, लेखसिंह चंदेल , लखन दास, मधु, उमा, शांतिका, प्रशांत का सहयोग रहा। ज्ञानोदय शिक्षा महाविद्यालय जांजगीर के सहायक प्राध्यापक श्रीमती चंचला मिश्रा श्रीमती हेमा तिवारी , श्री अमित उपाध्याय, श्रीमती पूजा गुप्ता एवम छात्राध्यापक छैला यादव, सुभद्रा सोनी एवम गीता प्रसाद जायसवाल ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।