ब्लॉक में रचनात्मक लेखन ,दीवार पत्रिका में उत्कृष्ट कार्य हेतु नवाचारी शिक्षिका ममता सम्मानित …
चांपा। विकासखंड बम्हनीडीह के शासकीय प्राथमिक शाला सोंठी की नवाचारी शिक्षिका ममता जायसवाल को विकासखंड में रचनात्मक लेखन एवं दीवार पत्रिका में उत्कृष्ट कार्य के लिए बीआरसी भवन में सम्मानित किया गया । बीआरसी हीरेन्द्र बेहार एवं प्राचार्य बजरंग श्रीवास के द्वारा ममता को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया और उनके कार्यों की सराहना की ।नवाचारी शिक्षिका ममता ने बताया कि हम सबका मकसद छात्रों का शैक्षिक गतिविधियों के साथ साथ उनके व्यक्तिगत विकास , कौशल एवं प्रतिभा का विकास करना है । बच्चों को किताबी ज्ञान तक सीमित न रखकर उनकी रचनात्मकता की अभिव्यक्ति और प्रोत्साहन देना भी बहुत आवश्यक है । उन्होंने बताया कि मकसद यही है कि बच्चों की सोच को रचनात्मकता अभिव्यक्ति दी जाय ताकि शिक्षा के प्रति उनका रूझान बढ़े । बच्चे विभिन्न मुद्दों पर लिखते है चित्र बनाते है तो उनका आत्मविश्वास बढ़ जाता है । इसी कड़ी में रचनात्मक लेखन और दीवार पत्रिका पर विशेष फोकस किया जा रहा है । छात्रों के लिए लेखन का मकसद उनके शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास को बढ़ाना होता है ।रचनात्मक लेखन से छात्रों की कल्पनाशीलता बढ़ती है और वे अपने विचारों को व्यक्त करने में सक्षम होते है ।इसे सिखाने के लिए छात्रों को आजादी देनी चाहिए । उन्होंने बताया कि दीवार पत्रिका बच्चों की रचनात्मकता को मंच देने बहुत ही आसान और प्रभावशाली माध्यम है । यह हस्तलिखित पत्रिका है जो दीवार पर लगाई जाती है । बच्चें जितना पढ़ते -लिखते है उनकी भाषा उतनी मजबूत होती है । इस दृष्टि से दीवार पत्रिका बहुत अच्छा माध्यम हो सकती है । इसके जरिये बच्चे अपने लेख , कविताएं , चित्र और अन्य रचनाएं साझा करते है । दीवार पत्रिका चार्ट पेपर पर तैयार होने वाली ऐसी गतिविधि है जिसमे बच्चों द्वारा तैयार की गई पेंटिंग्स , कहानी , कविता ,कार्टून , लेख ,समाचार आदि हर अभिव्यक्ति को स्थान दिया जाता है।
सहायक संचालक समग्र शिक्षा ने की सराहना – नवाचारी शिक्षिका ममता जायसवाल द्वारा अपने स्कूल में दीवार पत्रिका के माध्यम से बच्चों में रचनात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने उत्कृष्ट कार्य की जा रही है । उसकी सराहना एम सुधीश सहायक संचालक समग्र शिक्षा ने की है । ममता के कार्यो को राज्य स्तर के शैक्षिक गतिविधियों ग्रुप में शेयर कर पठन कौशल के विकास के लिए सभी स्कूलों में दीवार पत्रिका पर विशेष फोकस करने के निर्देश दिए है । इसके पहले भी उनके रचनात्मक लेखन कार्य की प्रशंसा कर चुके है ।