
जांजगीर-चांपा। ग्राम सिवनी में बिजली संकट ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले 18 घंटों से गांव के कई वार्ड अंधेरे में डूबे हुए हैं, जिससे भीषण गर्मी में ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है। न पंखे चल पा रहे हैं, न ही पानी की आपूर्ति हो रही है। बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग गर्मी से बेहाल हैं। ग्रामीणों का गुस्सा अब उबाल पर है।
एक ही लाइन के सहारे चल रहा सब स्टेशन, बार-बार ट्रिप हो रही बिजली—समस्या का कोई स्थायी समाधान बिजली विभाग के पास नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार सूचना देने के बावजूद विभाग का कोई भी तकनीकी अमला मौके पर नहीं पहुंचा, जिससे नाराज होकर लोगों ने प्रदर्शन की चेतावनी दे डाली है।

वार्ड क्रमांक 7, 8, 12 और 13 के हालात सबसे खराब हैं। बिजली गुल होने से मोबाइल चार्ज तक नहीं हो पा रहे, और रात का अंधेरा लोगों के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिजली विभाग पूरी तरह से उदासीन रवैया अपना रहा है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही वैकल्पिक लाइन की सुविधा नहीं दी गई, तो प्रशासनिक कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
गर्मी के इस कहर में 18 घंटे की बिजली कटौती महज असुविधा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गई है। लोगों को चक्कर आ रहे हैं, बीमारों की हालत बिगड़ रही है।ग्रामीणों की मांग है साफ—या तो तत्काल बिजली बहाल करो, या हम आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।अब देखना होगा कि प्रशासन और बिजली विभाग कब जागता है, या फिर लोगों का आक्रोश चिंगारी से आग बन जाएगा।