समावेशी शिक्षा अंतर्गत विकासखंड स्तरीय वातावरण निर्माण एवं गैप एनालिसिस प्रशिक्षण का हुआ आयोजन …



चांपा। समग्र शिक्षा अंतर्गत समावेशी शिक्षा कार्यक्रम के तहत वातावरण निर्माण एवं गैप आइडेंटिफेकशन फार आऊट आफ स्कूल विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन बीआरसी भवन में किया गया।

प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालय से वंचित बच्चों की पहचान करना , उनके शैक्षिणिक स्तर का मूल्यांकन करना तथा उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करना था । बीईओ रत्ना थवाईत के निर्देशन एवं बीआरसी हीरेन्द्र बेहार के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण आयोजित किया गया । प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए बीआरसी हीरेन्द्र बेहार ने कहा कि समावेशी शिक्षा का मूलभाव यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा चाहे वह शारीरिक , मानसिक या सामाजिक किसी भी प्रकार की चुनौती से जूझ रहा हो शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे । उन्होंने कहा कि समान अवसर एवं सम्मान के साथ प्रत्येक बच्चों को शिक्षित करना ही शासन की प्राथमिकता है । प्रशिक्षण के दौरान बीआरपी शशिबाला सिंह स्पेशल एजुकेटर मालती पटेल ने समावेशी शिक्षा में शामिल 21 प्रकार की दिव्यांगता उनके लक्षण , शैक्षणिक आवश्यकताये , उपलब्ध सरकारी सुविधाएं और अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी गयी ।बच्चों को दिव्यांगता के प्रकार , सांकेतिक भाषा व ब्रेल की सामान्य जानकारी दी ।दिव्यांग बच्चों के अधिकारों सहित सामान्य बच्चों को दिव्यांग बच्चों के लिये सहयोग व समर्थन प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना व विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को सिखाया एवं पढ़ाया गया । पालकों एवं अभिभावकों को दिव्यांगता के बारे में जागरूक कर दिव्यांगों को मिलने वाली सुविधा के बारे में अवगत कराया गया । शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी दी गयी । प्रशिक्षण में 160 बच्चें शामिल थे जिनमें 80 दिव्यांग एवं 80 उनके सहपाठी थे । प्रशिक्षण में 60 पालक एवं अभिभावक भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर उमेश दुबे ,धरमदास मानिकपुरी , उपेंद्र गोस्वामी , माखन राठौर ,अशोक देवांगन , शरद चतुर्वेदी , अर्चना गोस्वामी , राजेश कश्यप सहित अनेक शिक्षकगण ,पालकगण उपस्थित थे ।




