

जांजगीर-चांपा। पामगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत चंडीपारा में अवैध कच्ची शराब बिक्री से त्रस्त महिलाओं ने संगठित होकर इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चंडी महिलाशक्ति संगठन के नेतृत्व में करीब 50 से अधिक महिलाओं ने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया और अवैध शराब विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
महिलाओं ने बताया कि गांव में अवैध कच्ची शराब की बिक्री से पारिवारिक शांति भंग हो रही है, घरेलू हिंसा और सामाजिक अव्यवस्थाएं बढ़ रही हैं, जिससे बच्चों और युवाओं पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है। उन्होंने गांव को नशामुक्त बनाने के लिए प्रशासन से त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग की।

ग्राम पंचायत चंडीपारा के सरपंच तोषित रात्रे ने महिलाओं की इस पहल को क्रांतिकारी बताते हुए कहा कि यह आंदोलन गांव को नशे से मुक्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा और इससे सामाजिक वातावरण में सकारात्मक बदलाव आएगा।
आम आदमी पार्टी जिला अध्यक्ष डॉ. हेमंत कश्यप ने महिलाओं के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि यह आक्रोश पूरी तरह जायज है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो इसका दुष्प्रभाव आने वाली पीढ़ियों पर पड़ेगा। प्रशासन को चाहिए कि महिलाओं को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार सुनिश्चित करे।
आम आदमी पार्टी जिला महासचिव एवं सोशल एक्टिविस्ट विनय गुप्ता ने कहा कि चंडीपारा की नारी शक्ति का यह संघर्ष प्रेरणादायक है। उन्होंने अवैध शराब विक्रेताओं से भी गैरकानूनी कारोबार छोड़कर गांव की शांति और सम्मान बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की।

चंडी महिला समिति की प्रमुख पंचबाई डहरिया ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि गांव की महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि अब महिलाएं चुप नहीं बैठेंगी और गांव को नशामुक्त बनाने के लिए लंबा संघर्ष करने को तैयार हैं।
पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं को भरोसा दिलाया कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी और अवैध शराब विक्रेताओं के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।




