
चांपा। चांपा का एकमात्र शासकीय बीडीएम अस्पताल इन दिनों अव्यवस्था का शिकार हो गया है। आज सुबह अस्पताल परिसर में लगभग 100 मरीजों की भीड़ जमा हो चुकी थी, लेकिन सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक एक भी डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं था। अस्पताल आए मरीजों में से अधिकांश सर्दी, जुकाम, दस्त व अन्य मौसमी बीमारियों से ग्रसित थे, जो नगर और दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से इलाज की उम्मीद लेकर पहुंचे थे।

अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं मौजूद हैं, लेकिन डॉक्टरों की मनमानी के कारण आम जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा। बताया जा रहा है कि बीडीएम अस्पताल में 6 से 7 डॉक्टरों की पदस्थापना है, परंतु समय पर उपस्थिति बेहद कमजोर रहती है। नतीजतन, आज भी कई मरीज बिना इलाज के निराश लौट गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या आए दिन की है, लेकिन न तो स्थानीय जनप्रतिनिधि, न प्रशासनिक अधिकारी, और न ही एसडीएम व तहसीलदार इसे गंभीरता से ले रहे हैं। जनता ने सवाल उठाए हैं कि जब गरीब आदमी को इलाज नहीं मिलेगा तो वो कहाँ जाएगा?
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्य विभाग से तत्काल कार्रवाई की माँग की जा रही है ताकि अस्पताल की अव्यवस्था खत्म हो और मरीजों को राहत मिल सके।