एसडीओपी ने टैक्टर मालिकों को यातायात नियमों का पालन करने दिए आवश्यक दिशा निर्देश …
जांजगीर-चांपा। जिला पुलिस द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती सड़क दुर्घटना को देखते हुए सुरक्षात्मक स्तर पर पुलिस प्रयास कर रही है । स्थानीय पुलिस ने इसी कड़ी में चांपा के 30 ट्रैक्टर मालिकों को बुलाया और कई मुद्दों पर उनसे बातचीत की। मुख्य रूप से इस बात पर फोकस किया गया है ट्रैफिक नियमों का अनिवार्य रूप से पालन किया जाए। वहां की गति इतनी हो कि पूर्वाग्रह से ग्रसित कोई व्यक्ति अगर जानबूझकर उसके सामने आता भी है तो अनहोनी ना हो सके।
जांजगीर-चांपा पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के निर्देश पर यातायात हादसों में कमी लाने के लिए कई प्रकार की कोशिश चांपा क्षेत्र में की जा रही है।एसडीओपी यदुमणि सिदार, थाना प्रभारी चाँपा मनीष परिहार ने क्षेत्र में संचालित हो रहे 30 से अधिक ट्रैक्टर के मालिकों को इस कड़ी में पुलिस थाना परिसर में बुलवाया गया। वाहनों के प्रयोजन के साथ-साथ उनकी उपयोगिता और नियम का पालन करने के बारे में चर्चा की गई। इस दौरान मुख्य रूप से कई चीजे सामने आई, जिस पर पुलिस ने संज्ञान लेने के साथ आगे क्या कुछ किया जाना जरूरी है, इस बारे में जानकारी दी। ट्रैक्टर मालिकों को कहा गया कि पात्रता रखने वाले चालक रखे जाएं और उनके ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर प्रक्रियाओं को पूरा किया जाए। इस काम में पुलिस अपनी ओर से मदद कर सकती है। वाहनों का बीमा अनिवार्य रूप से करने के लिए जोर दिया गया और बताया गया कि वाहन का बीमा नहीं होने पर दुर्घटना की स्थिति में समस्याएं खड़ी हो सकते हैं। साथ ही, कृषि कार्य के उद्देश्य से लिए गए ट्रैक्टर का उपयोग अगर व्यावसायिक तौर पर होता है और उसमें भी अगर दुर्घटना होती है तो बीमा कंपनी ऐसे प्रकरण में क्लेम का भुगतान नहीं करती। यह बातें भी सभी ट्रैक्टर मालिकों के ध्यान में लाई गई। उन्हें यातायात नियमों का परिपालन निष्ठा पूर्वक करने के लिए कहां गया। यह भी कहा गया कि ट्रैक्टर की गति मार्ग पर इतनी होना चाहिए ताकि अगर कोई व्यक्ति अपनी लापरवाही से भी आपके सामने आए तो उसका कुछ बुरा ना हो सके। बताया गया कि आगामी दिनों में सड़क सुरक्षा सप्ताह अब मास सुरक्षा भी चलाया जाना है जिसके अंतर्गत सुरक्षित आवागमन और इसके लाभ से संबंधित जानकारी दी जाएगी। वाहन चालकों से आव्हान किया कि उनका व्यवहार वाहन चलाने के दौरान ऐसा हो जिससे उनकी जीविका पर किसी प्रकार का संकट न खड़ा हो और दूसरे की जिंदगी भी सुरक्षित रहे। उन्होंने विश्वास जताया है कि वाहन मालिक भी इस दिशा में सोचेंगे और अपनी भूमिका से वर्ष 2024 में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने को लेकर योगदान देंगे।