दवाओं के सैंपल के साथ होती थी ड्रग की सप्लाई,कैसे पहुँचता था ग्राहकों तक ड्रग्स,देखे ….
रायपुर। एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट की सेल ने तीन दिन पूर्व नौ लाख रुपये से ज्यादा कीमत के सिंथेटिक ड्रग के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ और मोबाइल की जांच में पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है। ड्रग तस्कर और पैडलरों से जो जानकारी मिली है, पुलिस उसकी जांच करने की बात कह रही है। ड्रग तस्करी के इस पूरे खेल में आयुश अग्रवाल और महेश सिंह खडगा मास्टर माइंड हैं।
पुलिस के अनुसार दिल्ली से ट्रेन के माध्यम से जो ड्रग्स आता था। आयुश उसे मंगाने के लिए रैपिडो बाइक कुरियर की मदद लेता था। इसके लिए कुरियर के पैकेट में मेडिकल उपयोग की दवा का रैपर लगा दिया जाता था। इस तरह से ड्रग का पार्सल आसानी से आयुश तक पहुंच जाता था। इसके लिए उसे लोकल स्तर पर लड़के रखने की जरूरत नहीं पड़ती थी।पुलिस के अनुसार दिल्ली से ड्रग का पार्सल लाने वाला लड़का एसी सेकंड क्लास में सफर कर रायपुर पहुंचता था। पार्सल लाने वाला लड़का एमआर बनकर दवाओं के सैंपल के साथ ड्रग लेकर रायपुर स्टेशन में पहुंचता था। स्टेशन में पहुंचने के बाद वह ड्रग का पार्सल रैपिडो बाइक कुरियर के हवाले कर देता था।पुलिस अफसर के मुताबिक आयुश जिन होटल और फार्म हाउस में अब तक रुका है, उसकी सूची तैयार कर जांच करेगी। साथ ही पुलिस अफसर ने ड्रग रैकेट में धोतरे मैरिज गार्डन, होटल, पब, कैफे तथा क्लब की संलिप्तता की जांच करने की बात कही। धोतरे मैरिज गार्डन के नाम से है। वहां आनलाइन के जरिए रूम की बुकिंग भी होती थी।
पुलिस के अनुसार महेश पूर्व में रायपुर में रहकर लंबे अरसे से पार्टियों में कैटरिंग का ठेका लेने का काम करता था। इसी दौरान महेश, आयुश के संपर्क में आया। महेश का कैटरिंग से मन ऊब गया तो वह रायपुर से दिल्ली चला गया। महेश दिल्ली में किराए पर होटल लेकर संचालित करने लगा। वह मूलत: नेपाल का रहने वाला है। दिल्ली में महेश, नाइजीरियन के संपर्क में आया और उनके माध्यम से आयुश के साथ मिलकर ड्रग तस्करी के धंधे में लिप्त हो गया।पुलिस के अनुसार आयुश का संपर्क रईस घरानों के कम एज वर्ग के युवक-युवतियों के साथ रहा है। जिन रईस घरानों के बच्चों के संपर्क में आयुश था, पुलिस को उसके मोबाइल में उन सब की फोटो भी हाथ लगी है। इतना ही नहीं, उसने कई युवतियों को नशे के जाल में फंसा कर रखा था।
पुलिस अफसर के मुताबिक आयुश राजधानी के किन होटलों में रुकता था, इसकी डिटेल निकाली जा रही है। इसके साथ ही आयुश होटल में रुकने के लिए किन लोगों के पहचान का उपयोग करता था। पुलिस अफसर ने इस बात की भी जानकारी जुटाने की बात कह रही है। आयुश का होटलों में चेक इनसे लेकर चेक आउट करने का पुलिस ने होटल संचालकों से सीसीटीवी फुटेज की मांग की है। इससे यह पता चल जाएगा कि आयुश होटल में रुकने के दौरान किन-किन लोगों से मिला है।