छत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

नगरपालिका चांपा द्वारा तोड़ी गई बाउंड्रीवाल को जांच में बताया अनुचित, सीएमओ ने एक पक्ष की उपस्थिति में जांच को बताया अविश्वसनीय…

जांजगीर-चांपा। नगरपालिका चांपा पर फत्तेचंद देवांगन ने उनकी निजी भूमि की बाउंड्रीवाल को खसरा नंबर 385 मानकर तोड़ने का आरोप लगाया है। वहीं सीएमओ पर मामले में पुनः जांच करने की मांग पर भी महीनों बाद जांच नहीं कराने का आरोप है। इस पूरे मामले में फत्तेचंद देवांगनने कलेक्टर से शिकायत कर जांच व कार्रवाई की मांग की गई, तब उक्त तोड़ी गई बाउंड्रीवाल को निजी बताया गया है। इधर, इस पूरे मामले में सीएमओ का कहना है कि एक पक्ष की उपस्थिति में जांच कराई गई है, जो उचित नहीं है। नगरपालिका को इस जांच के संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई थी।

pratik Console Corptech

चांपा निवासी फत्तेचंद देवांगन का कहना है कि उसकी वार्ड नंबर एक में निजी भूमि है, जिसकी बाउण्ड्रीवॉल को नगर पालिका ने शासकीय नजूल भूमि खसरा नंबर 385 की भूमि मानकर तोड दिया गया था, जिसे सीएमओ ने पुनः जांच कराने के नाम पर महिनो बिता दिया। इस मामले में फत्तेचंद देवांगन ने कलेक्टर से शिकायत की, जिसमें फत्तेचंद देवांगन ने कहा है कि वार्ड नंबर 01 में नजूल शासकीय भूमि ख.नं. 385 को कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों के सानिध्य में बालकराम बरेठ निवासी राजापारा चांपा व पुरूषोत्तम सिदार निवासी नयापारा चांपा के द्वारा कब्जा कर टुकडो-टुकडों में विक्रय किया जा रहा है। शासकीय भूमि की खरीद-फरोख्त करने पर दण्डात्मक कार्रवाई का प्रावधान है, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले बुलंद है। यही वजह है कि आम रास्ते पर भी कब्जा कर दिया गया है, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस मामले में राजस्व कर्मियों ने जांच की, जिसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आए है। जांच प्रतिवेदन में तोड़-फोड़ वाले जगह को निजी भू स्वामी हक की भूमि ख.नं. 388 व 391 फत्तेचंद देवांगन की बताया गया है। जांच में फत्तेचंद देवांगन पूर्व कई वर्षो से कब्जे की भूमि निष्पादित की गई है, वही आस-पास की भूमि ख.नं. 385 को पुरूषोत्तम सिदार व उसके सहयोगी बालकराम बरेठ द्वारा टुकडो-टुकडों मे शासकीय भूमि को विक्रय करना बताया गया है, जिसकी पृथ्क से सूची नजरी नक्शा में राजस्व निरीक्षक नजूल द्वारा स्पष्ट किया गया है। नगर पालिका में इस संबंध में शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे शासकीय भूमि के बिचौलिए व नगर पालिका प्रशासन के बीच गहरी सांठ-गांठ की आशंका उन्होंने जताई है। गौरतलब है कि एक ओर जहां हनुमानधारा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है, वही दूसरी ओर फिल्टर प्लांट मुख्य मार्ग में शासकीय रोड की भूमि पर बेजा- कब्जा कराया जा रहा है।

इस संबंध में चांपा नगरपालिका सीएमओ प्रहलाद पाण्डेय का कहना है कि वार्ड नंबर में यदि नगरपालिका द्वारा गलत कार्रवाई की गई है और इसकी नए सिरे से सीमांकन व जांच की गई है तो इसकी सूचना नगरपालिका को आखिर क्यों नहीं दी गई। एक पक्ष की उपस्थिति में हुई जांच कितनी विश्वसनीय है, समझा जा सकता है।

Related Articles